कैसे Anil Ambani के आ गए इतने बुरे दिन?
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anil ambani and RCOM downfall |
आज हम धीरूभाई अंबानी के छोटे बेटे Anil Ambani के बारे में बात करेंगे, जिन्होंने कभी आसमान की बुलंदियों को छुआ पर आज जमीन पर गिर गए हैं। अनिल अंबानी फेमस इंडियन बिजनेसमैन धीरूभाई अंबानी के छोटे बेटे हैं। धीरूभाई अंबानी जी ने खुद के दम पर एक Empire बनाया था। 2002 में धीरूभाई अंबानी के निधन के बाद कुछ सालों तक दोनों भाईयों ने साथ मिलकर काम किया और 2006 में लड़ाई की वजह से उन्होंने बिजनेस का बंटवारा कर लिया।
यहीं से अलग हुए Anil Ambani और Mukesh Ambani के रास्ते
Reliance Communication की शुरूआत
Reliance Communication 31 जुलाई 2002 में शुरू हुई। पहले कंपनी 2G की सुविधा देती थी, फिर 2010 में Spectrum Auction के बाद Reliance Communication ने इंडिया में 3G लाने का लाइसेंस 58,64.3 Cr रुपये में लिया और देश के तीन शहरों में 3G की सुविधा देने लगा। फिर मई 2012 तक Telecom Industry में 3G सर्विस की Price 61% तक कम हो गई। Reliance Communication की वजह से 2G &3G नेटवर्क लोगों के बीच में बहुत ज्यादा फेमस हो गया।
सबकुछ सही चल रहा था पर ऐसा क्या हुआ कि Anil Ambani के आज इतने बुरे दिन आ गए
2007 में अनिल अंबानी की कंपनी R.Com का Share Price 766 Rs Per Share था जो कि आज एक रुपये हर शेयर के हिसाब से भी नहीं रह गया है। अनिल अंबानी अपने बिजनेस को Expand करने में इस कदर डूब गए थे कि उन्हें समझ ही नहीं आया कि उनकी कंपनी पर कर्ज बढ़ता ही जा रहा है। उन्होंने अपने सभी Businesses में खूब पैसा लगाया। Profits की बात तो दूर की है, कुछ Businesses में उन्होंने जितना पैसा लगाया था उसके बराबर Return भी नहीं मिला। इसी वजह से रिलायंस पॉवर का कर्ज पिछले 10 सालों में 500 करोड़ से बढ़कर 31700 करोड़ हो गया और R.Com के लिए भी इन्होंने बहुत कर्ज ले लिया था।
पॉवर और टेलीकॉम इंडस्ट्री में इतने Challenges होने के बावजूद अनिल अंबानी कई और इंडस्ट्री में बिजनेस करने लगे, जैसे- Cement, Defense, Infrastructure और Media & Entertainment। बिजनेस बढ़ाने के लिए मिस्टर अंबानी ने कई Indian Companies के साथ- साथ Foreign Companies और Banks से काफी कर्ज लिया। Swedish Company “Ericsson”, चाइना के कई बैंकों जैसे- China Development Bank, Exim Bank of China, Industrial & Commercial Bank of China से भी काफी ज्यादा कर्ज ले लिया था। Debt इतना ज्यादा हो गया कि उसे चुकाना मुश्किल होने लगा, जिसके बाद Swedish Company “Ericsson” ने रिलायंस टेलेकॉम को Insolvent घोषित करने के लिए तीन Petition File किए और इन Petitions को NCLT (National Company Law Tribunal) ने Accept कर लिया। फिर तो अनिल अंबानी के जेल जाने तक की नौबत आ गई थी। इसके बाद उनके बड़े भाई मुकेश अंबानी ने उनकी बेल करवाई और 580 करोड़ रुपये की मदद भी की। इस समय Reliance Communication पर टोटल 46 हजार करोड़ का कर्ज है। आरकॉम आज Bankrupt होने के कगार पर है इसलिए कंपनी के Assets की बोली भी लगाई जा रही है और मुकेश अंबानी इन Assets को खरीदने की प्लानिंग भी कर रहे हैं।
आपको बता दें कि 2008 में आरकॉम 1,65,917 करोड़ के Market Valuation का रिकॉर्ड बनाने वाली कंपनी थी।
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Reliance Communication market cap |
Telecom Industry को डूबाने में Jio का नाम भी शामिल है। जियो ने बहुत ही कम प्राइज पर लोगों को 4G की सुविधा दी । जिसके बाद टेलेकॉम इंडस्ट्री में ही एक बुरा दौर आ गया। वोडाफोन और आईडिया को तो मर्ज होना पड़ गया और एयरटेल को बहुत ज्यादा नुकसान हुआ। रिलायंस ग्रुप पर इस समय करीब 90 हजार करोड़ का कर्ज हो गया है। कर्ज को चुकाने के लिए कंपनियों के Assets बेचने पड़ रहे हैं। यहां तक अनिल अंबानी ने Issurer Company में अपनी कंपनी के स्टेक को अपने ही जापानी पार्टनर कंपनी को बेच दिया।
आपको बता दें कि अनिल अंबानी के पास Reliance Nippon का सबसे ज्यादा stake था।
पिछले डेढ़ साल में मिस्टर अंबानी ने अपने Radio Unit- BIG FM, Road Projects & Reliance Headquarter को 35 हजार करोड़ में बेचा है।
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reason of fail rcom |
बहुत ज्यादा कर्ज हो जाने और खराब मैनेजमेंट की वजह से आज अनिल अंबानी बुरे दौर से गुजर रहे हैं। जिस तरह से इस समय कंपनी अपने Assets बेच रही है, हालात सुधरने के आसार भी नहीं है। आज अनिल अंबानी की नेटवर्थ 1.7 बिलियन डॉलर यानि करीब 12,070 करोड़ रुपये हो गई है, जो कभी 42 बिलियन डॉलर यानि करीब 289800 करोड़ थी।
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